ये बारिश के देवता इंद्र और करप्शन के देवता श्री श्री 420 सुरेश कलमाड़ी के बीच स्वर्ग मे हुई बातचीत के कुछ अंश है.ये एक काल्पनिक-कम-वास्तविक घटना है.
{
कलमाड़ी ललित मोदी
के 80 करोड़ ( जो
उसने IPL मे कमाया
था) के जेट विमान से
इंद्रलोक मे आ
गये है और 2-
G सिम वाला मोबाइल
है. जो A. Raja से
गिफ्ट मे मिला है. वो
इंद्रदेव से कुछ
प्रार्थना करने गये
है, राष्ट्रमंडल खेलो
के लिए......
}
कलमाडी (फोन पर)
:: :Every thing will be great , every thing will be world class....... we will
do it. definitely we will do it. These games will be better than any previous
games even Beijing Olympics...
इन्द्रदेव : अरे सुरेश आओ - आओ ! वाह काफ़ी अच्छे कपड़े पहन रखे है. कुछ खास बात ?
कलमाड़ी:धन्यवाद प्रभु. बस
ओपनिंग सेरेमनी मे
कौन सा सूट अच्छा लगेगा
उसी का टेस्ट
कर रहा हूँ
इन्द्रदेव : अच्छा ! वैसे पगड़ी
मे बिल्कुल शेर
लग रहे हो..
कलमाड़ी : lol,...हे प्रभु ! आशा
करता हूँ की आप मेरी
मदद करेंगे .
इन्द्रदेव :
बोलो वत्स सुरेश,कैसे आना
हुआ.?
कलमाड़ी: बस प्रभु
कुछ समस्या आ
गयी है.
इन्द्रदेव : कहो ! झुनझुनवाला
से कोई समस्या
है क्या ? अभी
उसे ठीक करता
हूँ. ट्विटर पे
बहुत मज़ाक उड़ाता
है तुम जैसे
अच्छे लॉगों का!
रवीन्द्र जडेजा ,हरमन
बावेजा ,डिनो मारिया
तो उसके मज़ाक
से परेशान हो
गये हैं अभी कल ही
हरमन का फोन आया था
मदद के लिए...
कलमाड़ी :
अरे नही प्रभु
वो लोगों का
मनोरंजन करता है बस !! मॅ
ये कहना आया
हूँ की अगले
20 दिन तक अपनी बेमौसम के
बारिश की आदत पर ज़रा
कंट्रोल रखिएगा!
इन्द्रदेव :
क्यों वत्स? धरती
पर पानी की जरूरत नही
रह गयी क्या?
कलमाड़ी :
नही प्रभु. ऐसी
बात नही है. अगर पानी
नही होगा तो बियर कैसे
बनेगी, दारू कैसे
बनेगी. मेरे जैसे
पैसे वाले और अमीर लोग
पार्टी कैसे करेंगे.
पानी तो बहुत ज़रूरी है
हम मनुष्यो के
लिए.
इन्द्रदेव :
तब बारिश क्यों
नही चाहिए ?
कलमाड़ी :प्रभु मैं
दिल्ली मे राष्ट्रमंडल
खेल करा रहा हूँ ना
! बड़े बड़े देशों
जैसे हॉंडरस , केन्या,
ज़िम्बावे , ग्वाटेमाला के टॉप खिलाड़ी आ रहे है.. इतनी
मेहनत की है उसके लिए
पिछले 7 सालो मे,
दिन-रात एक कर दिया
है. बारिश होगी
तो मेरी मेहनत
पे पानी फिर
जाएगा.
इन्द्रदेव(सहयोगी से):
सोच रहा है मॅ टीवी नही
देखता !
इन्द्रदेव: अच्छा तभी
तुमने दिल्ली को
हडप्पा की खुदाई
की तरह खोद रखा है...
सुरेश तो तुम नही चाहते
की मॅ तेरी मेहनत पर
पानी फेर दूं
.
कलमाड़ी: हाँ प्रभु
आप तो अंतर्यामी
हो.
इन्द्रदेव: बदले मे
मुझे क्या मिलेगा
?
कलमाड़ी: कैसी बात
करते है प्रभु
?
इन्द्रदेव: अरे वही
जो तुम पिछले
7 सालों से कर रहे हो
देश विदेश चारो
ओर. सुना है काफ़ी माल
कमाया है
कलमाड़ी :
अरे प्रभु ऐसी
बात नही है. ये सब
तो न्यूज़ चॅनेल
वालो की बकवास
बातें है. वो क्या नाम
है उसका हाँ
बरखा-सरखा राजदीप
और....एक और है मुहफट
उसका नाम मॅ नही लेना
चाहता.
इन्द्रदेव: कही तुम
अर्नब गोस्वामी की
बात तो नही कर रहे
हो ?
कलमाड़ी: आपको कैसे
पता प्रभु , उसने
आपकी भी ली है क्या
?
इन्द्रदेव :
क्या ????
कलमाड़ी :
नाराज़ मत हो प्रभु, मेरा
मतलब उसने कभी
आपका भी इंटरव्यू
लिया है क्या
?
इन्द्रदेव: नही एक
दिन नारद मुनि
का इंटरव्यू ले
रहा था..तब से उससे
भागता फिर रहा हूँ. बस
उसे यहीं से टीवी पर
देखता हूँ 9 बजे
रात मे कान मे रूई
डालकर...
कलमाड़ी: ओके प्रभु
, भगवान करे की वो आप
तक ना पहुँच
पाए. बस आप मेरी मदद
कर दो!
इन्द्रदेव: ज़रूर , अब इतनी दूर आए
हो तो कुछ खा पी
लो. तब जाना.
कलमाड़ी :
जी अगर खाएँगे
नही तो कम कैसे होगा.
ऑर्डर करिए !!
इन्द्रदेव(नौकर से)
: लाओ सर जी के लिए
कुछ स्पेशल चिकन-मटेन. बियर
भी.
कलमाड़ी : स्पेशल चिकन-
मटेन ?
.इन्द्रदेव : हाँ कुछ
खास लोग जैसे
ए. राजा , ललित
मोदी, तुम और वो कर्नाटक
वाले रेड्डी भाई
! अब तुम लोग इतने स्पेशल
हो तो खाना भी स्पेशल
होगा ना. स्टॅंडर्ड
तो मेनटेन करना
ही पड़ेगा !!
इन्द्रदेव: और बताओ
खेल की तैयारियाँ
कैसी चल रही है ,सब
हो गया ना.,वैसे भी
तुम तो बहुत काबिल हो.
पिछले 15-20 सालो से
भारतीय ओलंपिक संघ
के प्रमुख हो
.अब अच्छा काम
कर रहे होगे
तभी तो इतनी दिनो से
उधर जमे हो..120
करोड़ के देश मे तुमसे
काबिल कोई थोड़ी
ना होगा इस काम के
लिए ... कहाँ तुम
सांसद ओर कहाँ
वो जो खेलो मे 5-10 पदक जीतने
वाले खिलाड़ी........ लो
नाश्ता आ गया. खाओ आराम
से. कोई जल्दी
तो नही है ?
कलमाड़ी :
नही प्रभु सब
लड़के लगे हुए है काम
पे, 1 वो भनोट है और
एक सरदार जी
है. मेरा काम
तो केवल खाना,
घूमना और अपना फोटोशूट कराना है.
इन्द्रदेव: और ये
बी. बी. सी(बहुत बड़े
चूतिया) वाले क्या
दिखा रहे है, गंदे गंदे
बाथरूम और थोक के भाव
घूमते मच्छर!
कलमाड़ी: अरे नही
प्रभु मैने सोचा
था की विदेशिओ
को कुछ असली
भारत भी दिखा दूँगा वरना
वो मणि शंकर
अय्येर नाराज़ हो
जाएगा. शुरू से मेरे पीछे
पड़ा है. पता नही मैने
क्या बिगाड़ा है
उसका! कहता है गेम्स की
क्या ज़रूरत थी
जब इतने लोग
ग़रीब है. अब मैने थोड़ी
ना उन्हे ग़रीब
बनाया है, ये उनका बॅड
लक है.. ..मुझे
क्या पता था की वो
इसे पसंद नही
करेगा.
इन्द्रदेव: जानता हूँ
उसे ! हमेशा राजीव,
सोनिया, राहुल गाँधी
की ही तारीफ
करता रहता है
!
कलमाड़ी : अरे प्रभु
धीरे बोलिए, मैडम
ने सुन लिया
तो प्राब्लम हो
जाएगी.
इन्द्रदेव :
अच्छा ठीक है नही बोलता.....वैसे कितना
खर्चा आया है गेम्स मे.?
कलमाड़ी: ज़्यादा नही मेरे
हिसाब से 40000 करोड़
और सरकार के
हिसाब से 50000 करोड़
इन्द्रदेव :
और तेरा कितना
हिस्सा है ?
कलमाड़ी: क्या मतलब
???
इन्द्रदेव: कुछ नही..
अरे वो लालू तो कह
रहा था की 1 लाख करोड़
हुआ है !
कलमाड़ी :
अरे वो बेयैलॅंडा
(मूर्ख) आदमी है,
अपना चारा वाला
पैसे भी उसी मे जोड़
लिया होगा.... आप
मेरी बात पे विश्वास
करो बस... अब
चलने का समय हो गया,
मेरी बात का ध्यान रखना
प्रभु. नो बारिश
फॉर 15 डेज़. और
अपना कमिशन बता
दो, 3 दिन बाद पहुँच जाएगा.
इन्द्रदेव :
ज़्यादा कुछ नही,
यहाँ पुरानी अप्सराओं
के डांस देखकर
बोर हो गया हू, नीचे
से कुछ नयी भेज देना,
कॅटरीना और दूसरी
दीपिका .,पेमेंट जो
गेम्स से कमाया
है उसी से कर देना.
कलमाड़ी :
प्रभु आप महान हो !!
इन्द्रदेव :
सुरेश तुम भी महान हो
और ये भारतवासियों
से अच्छा कौन
जनता होगा...करप्ट
खेलों के लिए गुड लक!!!
अपने सीनियर देवताओं
से प्रार्थना करता
हूँ की 14 OCT तेरी
आख़िरी तारीख हो.